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पारादीप रिफाइनरी राष्ट्र को समर्पित

Paradip refinery dedicated to the nationइंडियन ऑयल भारत की अग्रणी राष्ट्रीयकृत तेल कंपनी है। इंडियन ऑयल तथा इसकी सहायक कंपनी सीपीसीएल (चेन्नई पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड) का भारत के पेट्रोलियम उत्पादों में बाजार हिस्सेदारी 49 प्रतिशत, राष्ट्रीय तेलशोधन क्षमता में 31 प्रतिशत तथा डाउनस्ट्रीम क्षेत्र पाइपलाइ
नों में 71 प्रतिशत क्षमता है। पूरे भारत में इंडियन ऑयल के कच्चे तेल और उत्पाद पाइपलाइनों का नेटवर्क 11,220 किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है जिसकी वाहक क्षमता 80.49 एमएमटीपीए कच्चा तेल और पेट्रोलियम उत्पाद तथा 9.5 एमएमएससीएमडी गैस है। यह नेटवर्क देश में सबसे बड़ा है जो उपभोक्ताओं की महत्त्वपूर्ण ऊर्जा आवश्यकताओं को कार्य कुशलता, मितव्ययिता और पर्यावरण अनुकूल रूप से पूरा करता है। इंडियन ऑयल घरेलू पेट्रोरसायन बाजार में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है तथा यह लगभग 70 देशों को अपने उत्पादों का निर्यात करती है। पूर्वोत्तर भारत एवं दक्षिण-पूर्व एशिया के बाजार क्षेत्र को देखते हुए वर्ष 2000 में भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पारादीप रिफाइनरी की आधारशिला रखी थी। पंद्रह वर्षों के परिश्रम के उपरांत पारादीप रिफाइनरी का परिचालन प्रारंभ हुआ है।
  • 7 फरवरी, 2016 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडियन ऑयल की 11वीं रिफाइनरी ‘पारादीप रिफाइनरी’ राष्ट्र को समर्पित किया।
  • पारादीप रिफाइनरी की लागत 34,555 करोड़ रुपये है।
  • इस प्रतिष्ठित परियोजना की आधारशिला तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा रखी गई थी।
  • पारादीप रिफाइनरी के चालू होने के साथ इंडियन ऑयल समूह भारत के 22 में से 11 रिफाइनरियों का संचालन कर रहा है।
  • पारादीप रिफाइनरी का चयन, इसकी बंदरगाह से निकटता एवं दक्षिण-पूर्व एशिया निर्यात बाजार की बढ़ती ऊर्जा की मांग को पूरा करने के लिए किया गया है।
  • प्रधानमंत्री ने पारादीप रिफाइनरी को ‘विकास द्वीप’ कहा है।
  • पारादीप रिफाइनरी में ‘मेक इन इंडिया’ के तहत ‘इंडमैक्स’ (INDMAX) प्रौद्योगिकी केंद्र की स्थापना की गई है। इंडमैक्स प्रौद्योगिक तेलशोधन के क्षेत्र में विकसित की गई स्वदेशी तकनीक है।
  • पारादीप में एक नया गैस आयात टर्मिनल का प्रस्ताव है जिससे ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड राज्यों को रसोई गैस की आपूर्ति की जाएगी।
  • पारादीप रिफाइनरी में 3800 करोड़ रुपये की लागत से एक एथीलिन रिकवरी यूनिट की स्थापना की जाएगी, जिसका परिचालन वर्ष 2020-21 से शुरू होना अपेक्षित है।
  • पारादीप रिफाइनरी दुनिया की सबसे आधुनिक रिफाइनरियों में से एक है जो सस्ते उच्च सल्फर वाले भारी कच्चे तेल का प्रसंस्करण कर सकती है। इसकी क्षमता 15 एमएमटीपीए है।
  • पारादीप रिफाइनरी के प्रमुख उत्पादों में प्रीमियम ग्रेड मोटर स्पिरिट (यूरो-IV), हाई स्पीड डीजल (यूरो-IV) है। इसके अतिरिक्त प्रोपीलिन, रसोई गैस, नेफ्था, एविएशन टर्बाइन फ्यूल और मिट्टी के तेल का उत्पादन किया जाएगा।
  • पारादीप रिफाइनरी अपनी निर्धारित क्षमता 15 मिलियन टन के साथ पूर्वी भारत की सबसे बड़ी रिफाइनरी है।
  • पारादीप रिफाइनरी में इंडमैक्स प्रौद्योगिकी केंद्र भी स्थापित किया गया है। इसके माध्यम से एलपीजी, गैसोलीन, प्रोपीलीन, ब्यूटीलीन एवं एथिलीन का उत्पादन किया जाएगा।
  • इंडमैक्स प्रौद्योगिकी का स्वदेशी संस्करण सर्वप्रथम वर्ष 2003 में गुवाहाटी रिफाइनरी में स्थापित किया गया जिसकी स्थापित क्षमता 100,000 टीपीए है।
  • पारादीप रिफाइनरी से उत्पादों की निकासी की उचित व्यवस्था की गई है। 3.5 एमएमटीपीए तरल उत्पादों को विपणन टर्मिनल के माध्यम से रेल/सड़क मार्ग से भेजा जाएगा।
  • 0.5 एमएमटीपीए एलपीजी गैस पारादीप-हल्दिया-बज-बज-कल्याणी-दुर्गापुर पाइपलाइन के माध्यम से भेजा जाएगा।
  • पारादीप रिफाइनरी से केरोसिन तेल, हाई स्पीड डीजल के 2 एमएमटीपीए उत्पाद को पारादीप-नई-संबलपुर-रांची-रायपुर पाइपलाइन के माध्यम से भेजे जाने की योजना है।